लेखनी कविता -मज़ा चखाएंगे - बालस्वरूप राही
मज़ा चखाएंगे / बालस्वरूप राही
जो काम बड़ों से हो न सका
करके वह काम दिखा देंगे,
हम सब से अच्छे देशों में
भारत का नाम लिखा देंगे।
खेती कर नए तरीके से
हम ढेरों अन्न उगाएँगे,
फिर देखें कैसे लोग यहाँ
भूखे-प्यासे रह जाएंगे!
झूठों को, बाईमानो को
हम ऐसा मज़ा चखाएंगे,
वे भूल चाल चलना टेढ़ी,
सीधे रास्ते पर आएंगे।